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 डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन क्या है। दोस्तों यदि आप भी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बारे में नहीं जानते तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के अंतर्गत आप के जितने भी डॉक्यूमेंट है उन सभी को सत्यापित किया जाता है।

जैसा कि आप सभी जानते हैं आजकल मार्केट में बहुत अधिक धोखाधड़ी है। कई बार बहुत सारे छात्र नकली डॉक्यूमेंट बनवा कर ले आते हैं और कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई कर देते हैं। ऐसे में वह योग्य नहीं होते हैं फिर भी उन्हें नौकरी मिल जाती है। इन्हीं सब समस्याओं से बचने के लिए कंपनी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करती है।

बहुत से लोगों के मन में कंफ्यूजन है कि आखिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन क्यों आवश्यक है। तो दोस्तों इसका कारण यह है कि कोई भी अयोग्य व्यक्ति नौकरी को ना प्राप्त कर पाए इसीलिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाता है। वर्तमान समय में ऐसे अनेक एजेंट है जो पैसे लेकर अलग-अलग सर्टिफिकेट बना कर देते हैं।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कब किया जाता है ?


दोस्तों अब यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न खड़ा होता है कि आखिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कब किया जाता है। दोस्तों अलग-अलग कंपनियों और विभागों में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराने का प्रोसेस अलग होता है। यदि आप किसी सरकारी विभाग में अप्लाई करते हैं तो वहां पर लिखित परीक्षा पास करने के बाद और साक्षात्कार होने के बाद आपका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है।

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