Posted in

authentication protocol in computer network in hindi

Kerberos Authentication Protocol

परिचय

आज के समय में नेटवर्क सिक्योरिटी सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता बन चुकी है। जब भी हम इंटरनेट या किसी नेटवर्क के माध्यम से डेटा भेजते हैं, यह जरूरी है कि भेजने वाला और प्राप्त करने वाला दोनों प्रमाणित (Authenticated) हों।
यहीं पर Authentication Protocol काम आता है।

ऑथेंटिकेशन प्रोटोकॉल क्या है?

परिभाषा:
ऑथेंटिकेशन प्रोटोकॉल एक ऐसा नेटवर्क सिक्योरिटी मेकैनिज्म है जो उपयोगकर्ता, डिवाइस या सर्वर की पहचान की पुष्टि करता है और उन्हें नेटवर्क संसाधनों तक पहुंचने की अनुमति देता है।

Kerberos Authentication Protocol

इसका मुख्य उद्देश्य है:

  • Unauthorized Access रोकना

  • डेटा की गोपनीयता बनाए रखना

  • संचार में भरोसा (Trust) स्थापित करना

ऑथेंटिकेशन प्रोटोकॉल की आवश्यकता क्यों?

  • संवेदनशील डेटा की सुरक्षा

  • हैकिंग और साइबर हमलों से बचाव

  • नेटवर्क यूजर की पहचान सत्यापित करना

  • डेटा ट्रांसफर के दौरान सुरक्षा बनाए रखना

Authentication के प्रमुख प्रकार

1. Password-Based Authentication

  • सबसे सरल तरीका – यूजरनाम और पासवर्ड से पहचान

  • कमजोर सुरक्षा (Brute Force, Guessing Attack का खतरा)

2. Two-Factor Authentication (2FA)

  • पासवर्ड + OTP / Security Token

  • अतिरिक्त सुरक्षा लेयर प्रदान करता है

3. Kerberos Authentication Protocol

  • MIT द्वारा विकसित

  • Secret Key Cryptography पर आधारित

  • Ticket Granting System का उपयोग

  • बड़े नेटवर्क और Windows Server में उपयोगी

4. CHAP (Challenge Handshake Authentication Protocol)

  • PPP (Point-to-Point Protocol) में प्रयोग

  • पासवर्ड को नेटवर्क पर सीधे नहीं भेजता

  • Hash Function का इस्तेमाल

5. EAP (Extensible Authentication Protocol)

  • वाई-फाई और VPN में लोकप्रिय

  • कई Authentication Methods सपोर्ट करता है

6. Token-Based Authentication

  • JWT, OAuth जैसे टोकन का उपयोग

  • वेब एप्लीकेशन और API सुरक्षा में आम

Kerberos Authentication कैसे काम करता है?

  1. यूजर KDC (Key Distribution Center) को लॉगिन क्रेडेंशियल भेजता है

  2. KDC एक Ticket Granting Ticket (TGT) जारी करता है

  3. यूजर TGT का उपयोग करके Service Ticket प्राप्त करता है

  4. Service Ticket के जरिए सर्वर तक सुरक्षित एक्सेस मिलती है

तुलना तालिका – Authentication Protocols

प्रोटोकॉलसुरक्षा स्तरउपयोग क्षेत्रविशेषताएं
Password-Basedकमसाधारण लॉगिन सिस्टमआसान लेकिन कम सुरक्षित
2FAमध्यम-उच्चऑनलाइन अकाउंट, बैंकिंगदो-स्तरीय सुरक्षा
Kerberosउच्चनेटवर्क सर्वर, Windows ADTicket आधारित सिस्टम
CHAPमध्यमPPP Connectionsपासवर्ड को Hash करके भेजता है
EAPउच्चवाई-फाई, VPNमल्टी-मेथड सपोर्ट
Token-Basedउच्चWeb/API SecurityStateless और तेज

फायदे

  • सुरक्षित नेटवर्क एक्सेस

  • डेटा इंटीग्रिटी

  • अनधिकृत यूजर से बचाव

सीमाएं

  • अतिरिक्त कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता

  • सिस्टम जटिलता बढ़ सकती है

  • कुछ प्रोटोकॉल समय-आधारित हमलों के प्रति संवेदनशील

FAQs

Q1. ऑथेंटिकेशन प्रोटोकॉल क्या है?
यह एक सिक्योरिटी मैकेनिज्म है जो यूजर/डिवाइस की पहचान सत्यापित करता है।

Q2. सबसे सुरक्षित Authentication Protocol कौन सा है?
Kerberos, EAP और Token-Based Authentication सबसे सुरक्षित माने जाते हैं।

Q3. Kerberos का उपयोग कहाँ होता है?
बड़े नेटवर्क, Windows Server और Active Directory में।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *